निदेशक मंडल


प्रो॰एन॰बालकृष्णन, निदेशक

श्री प्रो॰एन॰बालकृष्णन ने 1972 में मद्रास विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन में बीई की डिग्री प्राप्त की और 1979 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइन्स से अपनी पीएचडी पूरी की। फिर वे प्रोफेसर के रूप में एरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग में शामिल हुए । ये वर्तमान में भारतीय विज्ञान संस्थान के एसोसिएट निदेशक और एरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग और सुपरकम्प्युटर एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर में एक प्रोफेसर हैं।

इनके शोध विषय जिसमे अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं और सम्मेलनों मे इनके 200 से भी अधिक प्रकाशन शामिल हैं इस प्रकार हैं-न्यूमेरिकल एलेक्ट्रोमग्नेटिक्स,हाइ परफॉर्मेंस कम्प्यूटिंग एंड नेटवर्क,पोलरिमेट्रिक रेडार, एरोस्पेस एलेक्ट्रोनिक सिस्टम्स, इन्फॉर्मेशन सेक्युर्टी,कॉम्प्लेक्स सोश्ल नेटवर्कस एंड डिजिटल लाइब्ररी।

इन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री , 2002 होमी जे॰ भाभा अवार्ड फॉर अप्लाइड साइन्सेज , 2004 जे॰ सी॰ बोस नेशनल फेलौशिप ,2007 सहित कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त 2001 में आईआईएएससी से विज्ञान और इंजीनियरिंग के लिए अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए पूर्व छात्र पुरस्कार, 2000 में भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान काँग्रेस से मिलेनियम पदक, 2003 में पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से मानर्थ पीएचडी ,2008 में सी-डैक एसीएस फ़ाउंडेशन पुरस्कार और 2009 में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन से अकादमी उत्कृष्टता पुरस्कार । वे 1987-1989 से राष्ट्रीय भारी तूफान प्रयोगशाला, नॉर्मन ओक्लाहोमा संयुक्त राज्य अमेरिका में एनआरसी सीनियर रेसिडेंट रिसर्च एसोसिएट थे। वे 1990 में ओक्लाहोमा के विश्वविद्यालय और 1991 में कोलोराडो राज्य विश्वविद्यालय में विजिटिंग रिसर्च वैज्ञानिक थे। वे 2000 से 2006 तक कार्नेजी मेलोन विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर रहे हैं। वे जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस साईंटिफ़िक रिसर्च (जेएनसीएएसआर) में मानद प्रोफेसर हें।

वे विकासशील दुनिया (टीडबल्यूएएस) के लिए अकैडमी ऑफ साइएंसेस, भारतीय विज्ञान अकादमी , इंडियन नेशनल अकैडमी ऑफ इंजीन्यरिंग, नेशनल ऑफ साइनसेज और इंस्टिट्युशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरस में फ़ेलो हें।

वे भारतीय डाटा सुरक्षा परिषद ( वर्तमान में इसके अध्यक्ष ) सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) और चेन्नई में सीडीओटी अल्काटेल रिसर्च सेंटर में निदेशक हैं और सी-डैक परिषद, क़तर स्थित कार्नेजी मेलोन विश्वविद्यालय और आईआईटी खड़गपुर के शासी परिषद के सदस्य है। वे वितरित सेन्सर नेटवर्क पर इंटरनेशनल जर्नल के संपादकों मे एक और विश्व डिजिटल पुस्तकालय के इंटरनेशनल जर्नल के प्रमुख संपादक थे ।

हाल तक ये राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड और आईआईटी दिल्ली एवं आईआईटी मद्रास के गवर्नर बोर्ड के सदस्य थे। इसके साथ ही भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के अंशकालिक निदेशक भी थे।

वे वेब लायबरेरी डिजिटल प्रोजेक्ट्स (www.ulib.org और www.new.dli.ennet.in) के लिए भारत अमेरिका मिलियन पुस्तकों के राष्ट्रीय समन्वयक हैं। इन्होने भारत, चीन, और अमेरिका से अपने सहयोगियों के साथ दुनिया के सबसे बड़ी डिजिटल लाइब्रेरी तैयार की जिसमें एक लाख से अधिक किताबें हैं जो स्वतंत्र रूप से कहीं भी और किसी भी समय किसी के द्वारा पढ़ी जा सकती हैं।

अधिक विवरण http://swati.dli.ernet.in/balki में उपलब्ध हैं।